क्या अर्थ है निराकार (शिवलिंगम) और अकार (मूर्ती) रूप में भगवन शिव का, यह प्रश्न सदैव हमे परेशान करता रहा है, इस प्रश्न का उत्तर देने का हमने प्रयास करा है और आशा करते है के आप को भी ज्ञान का लाभ होगा,
संस्कार क्रिया से शरीर, मन और आत्मा मे समन्वय और चेतना होती है, कृप्या अपने प्रश्न साझा करे, हम सदैव तत्पर रहते है आपके प्रश्नो के उत्तर देने के लिया, प्रश्न पूछने के लिया हमे ईमेल करे sanskar@hindusanskar.org संस्कार और आप, जीवन शैली है अच्छे समाज की, धन्यवाद्
Comments