हर फेरा (सर्किल) इस ३६० डिग्री (360 degree) और १ से ९ (1 to 9) तक सिर्फ ७ (7) नंबर हे ऐसा है जो ३६० डिग्री को डिवाइड (divide) नहीं करता, इसलिए वर और वधू सात फेरे लेते है की यह बंधन कोई तोड़ न सके एक गोल चक्र के तरह, जो अपने आप में संपूर्ण है,
सोचिये हमारा वैदिक ज्ञान कितना परिपक्व है ,
संस्कार क्रिया से शरीर, मन और आत्मा मे समन्वय और चेतना होती है, कृप्या अपने प्रश्न साझा करे, हम सदैव तत्पर रहते है आपके प्रश्नो के उत्तर देने के लिया, प्रश्न पूछने के लिया हमे ईमेल करे sanskar@hindusanskar.org संस्कार और आप, जीवन शैली है अच्छे समाज की, धन्यवाद्
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