👉 सूर्य ग्रहण के बारे में जानकारी
👉 जब सूर्य ग्रहण अपने चरम पर होता है तब पृथ्वी पर चंद्रमा की एक गोलाकार छवि बनती है! जिस जगह सूर्यग्रहण दिखाई देता है वहां का तापमान करीब 20 डिग्री सेंटीग्रेड तक गिर जाता है! प्रत्येक ग्रहण सूर्योदय के वक्त शुरू होता है और सूर्यास्त पर खत्म होता है! एक या दो वर्षो में पूर्ण सूर्य ग्रहण पड़ता है! सूर्य ग्रहण के वक्त यदि कोई ग्रह मौजूद है तो वह प्रकाश के बीच एक बिंदु की तरह दिखाई देता है!
👉 21 जून को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण में सूतक ग्रहण 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है तो इस लिहाज से इस ग्रहण का सूतक सुबह 10:31 बजे से ठीक 12 घंटे पूर्व अर्थात 20 जून की रात्रि 9:25 बजे ही शुरू हो जाएगा जो ग्रहण की समाप्ति के साथ समाप्त होगा वही बच्चों वृद्ध और बीमार लोगों के लिए सूतक 21 जून की सुबह 5:08 से सूतक आरंभ होगा!
👉 क्या होगा इसका प्रभाव
ज्योतिष मत के अनुसार माने तो यह ग्रहण मुख्य तौर पर मिथुन राशि को प्रभावित करने वाला है इस दौरान मंगल ग्रह मीन में स्थित होकर सूर्य चंद्रमा बुध और राहु को देखेंगे जिससे अशुभ स्थिति उत्पन्न होगी इसके अलावा इसी अवधि में कुल 6 ग्रह वक्री अवस्था में रहेंगे जो धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बेहद अशुभ हैं कोरोना महा संकट के बीच इससे प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ जन धन हानि की संभावना भी है जिसका प्रभाव पाकिस्तान बांग्लादेश श्रीलंका समेत भारत में भी पड़ने वाला है इस ग्रहण की वजह से जून के अंतिम सप्ताह तक रहने वाला है इस दौरान भयंकर वर्षा और बाढ़ जैसी आपदा से देश को जूझना पड़ सकता है!
👉 भारत में यह ग्रहण पूर्ण रूप से नई दिल्ली मुंबई हैदराबाद कोलकाता चंडीगढ़ बेंगलुरु लखनऊ चेन्नई जैसे कुछ प्रमुख शहरों में देखा जा सकता है इसके अलावा यह नेपाल यूएई पाकिस्तान सऊदी अरब इथोपिया और कोंगो जैसे देशों में भी दिखेगा!
👉 दिनांक 21 जून 2020 दिन रविवार को सूर्य ग्रहण होगा भारत में रेलवे समय से ⤵️
स्पर्श - सुबह 10:31 मिनट
मध्य - दिन में 12:18 मिनट
मोक्ष - दिन में 2:04 मिनट
पर्व काल - 3 घंटे 33 मिनट
👉 सूतक - 20 जून 2020 दिन शनिवार रात्रि 10:31 से लगेगा
👉 कृप्या अपने प्रश्न साझा करे, हम सदैव तत्पर रहते है आपके प्रश्नो के उत्तर देने के लिया, शास्त्री जी से प्रश्न पूछने के लिया हमे ईमेल करे sanskar@hindusanskar.org संस्कार और आप, जीवन शैली है अच्छे समाज की, धन्यवाद्
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