ऐसा माना जाता है के हमारे हाथों में भगवन का वास होता है, जैसे ही आप उठे सबसे पहले अपने हाथों की हथेली को देखे और माँ लक्ष्मी, माँ सरस्वती और विष्णु परमात्मा का आशीर्वाद ले
इस मंत्र का उच्चारण करे:
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती ।
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम् ॥
अर्थात माँ लक्ष्मी विराजमान है हथेली के अग्र भाग में, माँ सरस्वती विराजमान है मध्य भाग में और भगवन विष्णु विनीत भाग में, सदैव आशीर्वाद बना रहे
संस्कार क्रिया से शरीर, मन और आत्मा मे समन्वय और चेतना होती है, कृप्या अपने प्रश्न साझा करे, हम सदैव तत्पर रहते है आपके प्रश्नो के उत्तर देने के लिया, प्रश्न पूछने के लिया हमे ईमेल करे sanskar@hindusanskar.org संस्कार और आप, जीवन शैली है अच्छे समाज की, धन्यवाद्
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