मंगलसूत्र में तीन गाँठ क्यों बाँधी जाती है, कारन अनेक हो सकते है पर मुख्यता सनातन धर्म के अनुसार निम्नलिखित है।
हर एक गाँठ हमारे तीन प्रकार के शरीर को सम्बोधित करती है , पहली गाँठ हमारे स्थूल शरीर को दर्शाती है, दूसरी गाँठ हमारे सुक्ष्म शरीर को दर्शाती है और तीसरी गाँठ हमारे कारन शरीर को दर्शाती है।
हमारा सूत्र तीनो शरीर के लिए है नाकि सिर्फ भौतिक या आध्यात्मिक स्तर पर, हम हर रूप में जुड़े रहेंगे और हमेशा एक दूसरे का साथ निभाएंगे।
आदर्श वाक्य मनसा, वाचा, कर्मणा का अर्थ आमतौर पर यह लगाया जाता है कि व्यक्ति को उस स्थिति को प्राप्त करने का प्रयत्न करना चाहिए जहां उसके विचार, वाणी और कार्यों का आपसी संयोग हो।
संस्कार क्रिया से शरीर, मन और आत्मा मे समन्वय और चेतना होती है, कृप्या अपने प्रश्न साझा करे, हम सदैव तत्पर रहते है आपके प्रश्नो के उत्तर देने के लिया, प्रश्न पूछने के लिया हमे ईमेल करे sanskar@hindusanskar.org संस्कार और आप, जीवन शैली है अच्छे समाज की, धन्यवाद्।
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