Shravan (श्रावण मास ) is the fifth month of the Hindu lunar calendar and is considered holy because it is dedicated to the worship of Lord Shiva and Mata Parvati. It also marks the beginning of the Chaturmas.
The important dates in Shravan as per Purnimant are:
July 6 – First Shravan Somwar (First Monday and the first day of Shravan)
July 13 – Second Shravan Somwar
July 20 – Third Shravan Somwar
July 27 – Fourth Shravan Somwar
August 3 – Fifth Shravan Somwar (last Somwar and the last day of the month)
As per the Amavasyant calendar (the Hindu calendar in which a month ends with Amavasya or the New Moon day), the important dates are:
July 21 – Shravan month begins
July 27 – First Shravan Somwar
August 3 – Second Shravan Somwar
August 10 – Third Shravan Somwar
August 17 – Fourth Shravan Somwar
August 19 – Shravan month ends
सावन के सोमवार को सोम या चंद्रवार भी कहते हैं। यह दिन भगवान शिव को अतिप्रिय है।
सावन में मंगलवार को मंगलागौरी व्रत,
बुधवार को बुध गणपति व्रत,
बृहस्पतिवार को बृहस्पति देव व्रत,
शुक्रवार को जीवंतिका व्रत,
शनिवार को बजरंग बली व नृसिंह व्रत और रविवार को सूर्य व्रत होता है।
सावन में श्रवण नक्षत्र तथा सोमवार से भगवान शिव का गहरा संबंध है। भगवान शिव ने स्वयं सनत्कुमार से कहा है मुझे बारह महीनों में सावन (श्रावण) विशेष प्रिय है। इसी काल में वे श्रीहरि के साथ मिलकर लीला करते हैं। इस मास की विशेषता है कि इसका कोई दिन व्रत शून्य नहीं देखा जाता है।श्रावण मास व श्रवण नक्षत्र के स्वामी चंद्र, और चंद्र के स्वामी भगवान शिव, सावन मास के अधिष्ठाता देवाधिदेव शिव ही हैं।
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